राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार इस समय गरीब व्यक्तियों के लिए कई तरह की सहायता प्रदान करने के लिए योजना चलते हुए देखी जा सकती है, जिसके माध्यम से गरीबों की सहायता हो सके। उसी में से एक और राजस्थान सरकार द्वारा योजना चलाई जा रही है, जिसका नाम शुभ शक्ति योजना है।
शुभ शक्ति योजना
इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को बालिकाओं को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है, जिसके तहत अभी तक कई लोग इसका लाभ भी उठा चुके हैं। इसके अंदर सरकार के द्वारा 55 की आर्थिक सहायता राशि के तौर पर दिए जा रहे हैं, वहीं आम आदमी इस योजना का लाभ कैसे ले सकते इसके बारे में हम आपको बताते हैं।
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इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों के सामने बालिकाओं के विवाह में आ रही आर्थिक समस्याओं को सुलझाने के लिए किया गया है। इसके द्वारा विवाह के उपरांत 55000 सरकार द्वारा दिए जाते हैं, जिससे कि विवाह के समय इन पैसों की मदद से आसानी से उनका विवाह किया जा सके। इस योजना का नाम शुभ शक्ति योजना रखा गया है।
इस योजना का लाभ व परिवार ले सकता है जो की, श्रमिक वर्ग में आता है और राजस्थान सरकार में रजिस्टर्ड है। इसके साथ ही वह मंनरेगा या किसी भी बेलदाई मजदूरी का काम करते हैं और जिनके श्रम में कार्ड बनाएं गए हैं। वह इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं और 55000 की राशि अपने बालिकाओं के विवाह के लिए ले सकते हैं।
शुभ शक्ति योजना के लिए पात्रता
- श्रमिक कार्ड होना चाहिए।
- योजना का लाभ राजस्थान का स्थाई निवासी को ही मिलेगा
- इसके लिए लड़की का अविवाहित होना आवश्यक है।
- लड़की की उमट कम से कम आयु 18 वर्ष होना चाहिए।
- इस योजना का लाभ अधिकतम दो लड़कियों को दिया जाएगा।
- लड़की आठवीं पास होने चाहिए।
- लड़की के पिता या माता दोनों में से एक श्रमिक होना चाहिए।
- इसके साथ ही आवेदन की तिथि से पूर्व 1 वर्ष में कम से कम 90 दिन का निर्माण श्रमिक के रूप में कार्य किया होना चाहिए।
शुभ शक्ति योजना का लाभ लेने के लिए इसके लिए ऑनलाइन आवेदन ईमित्र के माध्यम से किए जा सकते हैं ईमित्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करके अपने स्टेटस की बिह जाँच की जा सकती है।