Makka Price 27 August 2024 (मक्का भाव): मक्का खरीफ की फसल में प्रमुख है। किसान अपनी फसल की गुणवत्ता के अनुसार मूल्य प्राप्त कर रहे हैं। इस वर्ष मक्का की नई फसल जल्दी आने से किसानों को मूल्य में चमक दिख रही है।
देश के किसानों को नुकसान से बचाने के लिए सरकार ने MSP पर फसल की घोषणा की है। इस वर्ष सरकारी खरीद पर मक्के का मूल्य 1870 रुपये प्रति क्विंटल है। इसके अतिरिक्त, यदि किसान या व्यापारियों को बाजार में अच्छी कीमत मिलती है, तो वे अपनी फसल को अच्छे मूल्य पर बेच सकते हैं। वर्तमान में मंडियों में मक्का का औसत भाव 2300 रुपये प्रति क्विंटल हैं।
प्रमुख मंडियों में आज मक्का के भाव (Makka Bhav)
बैतूल मंडी मक्का का भाव
इंदौर मंडी मक्का का भाव
नोखा मंडी मक्का का भाव
धामनोद मंडी मक्का का भाव
बारां मंडी मक्का का भाव
मेड़ता मंडी मक्का का भाव
मंदसौर मंडी मक्का का भाव
खरगोन मंडी मक्का का भाव
नीमच मंडी मक्का का भाव
नागौर मंडी मक्का का भाव
हरदा मंडी मक्का का भाव
खिरकिया मंडी मक्का का भाव
आष्टा मंडी मक्का का भाव
कोटा मंडी मक्का का भाव
खंडवा मंडी मक्का का भाव
मक्का के स्वास्थ्यवर्धक फायदे ( Health Benefits Of
Corn / Maize )
मक्का कब्ज, बवासीर को रोकता है और पेट के कैंसर के खतरे को काफी कम करता है। मक्का त्वचा को लंबे समय तक जवां बनाए रखने में मदद करता है। मक्का शरीर में विटामिन A बनाता है और अच्छी दृष्टि बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
मक्का आपके शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। मक्का एनीमिया( Anemia ) को रोकने में मदद करता है। मक्का हमारे रक्तचाप के स्तर को नियंत्रण में रखने में मदद करता है।
मक्का में फाइबर ( Fiber ), आयरन ( Iron ), पोटेशियम ( Potassium ), फेरुलिक एसिड ( Ferulic Acid ) खनिज पाये जाते है।
मक्का की फसल उगाने के लिए सलाह और सुझाव
मक्का के लिए मिट्टी का पीएच 6.0 और 7.2 के बीच अनुकूल रहता है। विशेष रूप से सिंचित परिस्थितियों में यह चूने वाली मिट्टी में 8.5 तक के पीएच के साथ भी अच्छा प्रदर्शन करता है,
पोटैशियम वह पोषक तत्व है जो मक्का सबसे अधिक मात्रा में अवशोषित करता है। इस पोषक तत्व के गहन अवशोषण की अवधि छठी पत्ती (बीबीसीएच 16) की उपस्थिति के क्षण से शुरू होती है और कोब (बीबीसीएच 59) के पूर्ण गठन तक जारी रहती है। रेतीली मिट्टी में इस बात की संभावना है कि पोटैशियम जड़ों के क्षेत्र से हट कर पृथक हो जाए।
अच्छा पोटेशियम पोषण सूखे वर्षों में पौधों की पानी की कमी से जूझने की क्षमता में सुधार करता है। मक्का एक गर्म मौसम की फसल है और इसलिए गर्म महीनों में तापमान 25º से 30º सेल्सियस तक होने पर सबसे अच्छा प्रदर्शन करता है।
जब गर्मी का औसत तापमान 19° सेल्सियस से कम होता है तो मक्का की फसल उससे दुष्प्रभावित होती है । फूलों के आने और परिपक्वता की अवधि के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड के प्रभावी बंधन की प्रक्रिया 25° सेल्सियस पर सक्रिय होती है। औसत दैनिक तापमान 26° सेल्सियस से ऊपर अंकुरण प्रक्रियाओं को तेज कर सकता है, जबकि 15.5° सेल्सियस से कम तापमान उन्हें कम कर सकता है।