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- RBI Loan App; Unified Lending Interface Details Explained | Shaktikanta Das
नई दिल्ली1 घंटे पहले
अब आपको कार, पर्सनल या होम लोन के लिए बैंकों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। सरकार ने इस प्रोसेस को आसान करने के लिए पेमेंट ऐप UPI के जैसा यूनिफाइड लैंडिंग (ULI) प्लेटफॉर्म लेकर आ रही है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसकी घोषणा की। शक्तिकांत दास ने बताया कि पिछले साल (अगस्त 2023) रिजर्व बैंक ने फ्रिक्शनलेस क्रेडिट के लिए एक टेक्निकल प्लेटफॉर्म का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च था।
लॉन्च के बाद एक साल के दौरान इस प्लेटफॉर्म पर किसान क्रेडिट कार्ड लोन, डेयरी लोन, MSME लोन, पर्सनल लोन और होम लोन पर फोकस किया।
क्या होगा फायदा?
तुरंत कर्ज देने वाले मौजूदा ऐप्स पर सरकार व RBI का लिमिटेड कंट्रोल है, लेकिन ULI प्लेटफॉर्म पर बेस्ट ऐप पर सरकार डायरेक्ट निगरानी रखेगी। जैसे अभी आप पिन डालकर UPIसे तुरंत पेमेंट कर पाते हैं। उसी तरह आप पिन डालकर लोन ले पाएंगे। यह भी आपके बैंक अकाउंट से लिंक होगा।
ULI क्रेडिट प्रोसेसिंग को आसान बनाएगा
- यूनिफाइड लैंडिंग इंटरफेस (ULI) लोन लेने के पूरे सिस्टम को आसान बनाने, क्रेडिट प्रोसेसिंग में लगने वाले समय और पेपर वर्क को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है।
- यह ओपन आर्किटेक्चर को ओपन एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) के साथ मिलाता है, जिससे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन ‘प्लग एंड प्ले’ मॉडल में आसानी से जुड़ सकते हैं।
यह कैसे काम करेगा?
- ULI ऐप AADHAAR, ई-KYC, राज्य सरकार के लैंड रिकॉर्ड, पैन वैलिडेशन और अकाउंट एग्रीगेटर सहित अलग-अलग सोर्सेज से डेटा कलेक्ट करेगा।
- इसे डेयरी सहकारी समितियों से दूध के डेटा और घर या संपत्ति सर्च डेटा जैसी सर्विसेज के साथ भी लिंक किया जाएगा।
2016 में लॉन्च हुआ था UPI
शक्तिकांत दास ने बताया कि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को अप्रैल 2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने लॉन्च किया था। अपने 8 साल की यात्रा में UPI को काफी सफलता मिली है।
जुलाई 2024 में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI के जरिए 1,444 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए। इस दौरान टोटल 20.64 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई।
UPI कैसे काम करता है?
UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है।
अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।