Zomato shuts down intercity service, shares rise 4% | जोमैटो ने बंद की इंटरसिटी सर्विस, शेयर 2% चढ़ा: 5 रुपए बढ़कर 263 रुपए पर बंद, एक साल में 180% से ज्यादा रिटर्न दिया

[ad_1]

मुंबई4 दिन पहले

  • कॉपी लिंक

ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने अपने इंटरसिटी सर्विस लिजेंड्स को बंद कर दिया है। इस खबर के बाद आज कंपनी के शेयर में आज करीब 4% की तेजी आई। हालांकि, बाद में ये थोड़ा नीचे आया और 5 रुपए बढ़कर 263 रुपए पर बंद हुआ।

कंपनी के मालिक और CEO दीपिंदर गोयल ने 22 अगस्त) को X अकाउंट पर लिखा- दो साल की कोशिशों के बाद, प्रोडक्ट मार्केट में फिट होने में सफल नहीं होने पर हमने तुरंत इस सर्विस को बंद करने का फैसला किया है।’

2022 में शुरू हुई थी लीजेंड्स सर्विस
इंटरसिटी लीजेंड्स को ऐसे समय में बंद किया गया है जब जोमैटो अपना रेवेन्यू (आय) बढ़ाने और मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कई अन्य सेक्टर्स में निवेश कर रहा है।

इंटरसिटी लीजेंड्स को 2022 में शुरू किया गया था। तब इसमें मिनिमम ऑर्डर की लिमिट नहीं थी, लेकिन मुनाफा (प्रॉफिटेविलिटी) बढ़ाने के लिए कंपनी ने मिनिमम ऑर्डर की लिमिट 5,000 रुपए कर दिया था। इसके बावजूद, कंपनी को इस प्रोजेक्ट से कोई फायदा नहीं हो रहा था।

यह पहला प्रोजेक्ट नहीं है जिसे जोमैटो ने शुरू करने के बाद बंद कर दिया है। इससे पहले भी कंपनी ने अपनी लॉजिस्टिक्स सर्विस ‘एक्सट्रीम’ को बंद कर दिया था। यह सर्विस व्यापारियों को छोटे पार्सल भेजने और रिसीव करने की अनुमति देती थी।

अप्रैल-जून तिमाही में जोमैटो का मुनाफा 126.5 गुना बढ़ा
अप्रैल-जून तिमाही में जोमैटो का मुनाफा सालाना आधार पर 126.5 गुना बढ़कर 253 करोड़ रुपए हो गया है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 2 करोड़ रुपए था।

पहली तिमाही में जोमैटो की आय (रेवेन्यू) 74% बढ़कर 4,206 करोड़ हो गई। एक साल पहले की समान तिमाही में रेवेन्यू 2,416 करोड़ रुपए था। जोमैटो ने 1 अगस्त को वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए थे।

2026 के अंत तक 2,000 स्टोर बनाने का प्लान
जोमैटो का क्विक कॉमर्स बिजनेस ‘ब्लिंकट’ तेजी से ग्रो कर रहा है। इसके 31 मार्च 2024 तक 526 स्टोर थे जो जून में बढ़कर 629 हो गए। यानी, जून तिमाही में 113 नए स्टोर खोले गए हैं। ब्लिंकिट के को-फाउंडर अलबिंदर ढींडसा ने कहा- कंपनी का लक्ष्य 2026 के अंत तक 2,000 स्टोर बनाने का है। इनमें से ज्यादातर स्टोर भारत के टॉप 10 शहरों में होंगे।

दीपिंदर ने 2008 में बनाई थी फूडीबे, फिर नाम बदल कर जोमैटो किया

  • दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने मिलकर साल 2008 में फूडीबे नाम से अपनी फूड डायरेक्टरी वेबसाइट लॉन्च की थी। केवल नौ महीनों में, FoodieBay दिल्ली एनसीआर में सबसे बड़ी रेस्तरां डायरेक्टरी बन गई।
  • दो सक्सेसफुल साल के बाद 2010 में, कंपनी का नाम बदलकर जोमैटो कर दिया गया। दिल्ली-एनसीआर में अपनी सफलता के तुरंत बाद कंपनी ने पुणे, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में ब्रांच फैलानी शुरू कर दी।
  • 2012 तक जोमैटो ने श्रीलंका, यूएई, कतर, दक्षिण अफ्रीका, यूके और फिलीपींस में अपनी सर्विसेज बढ़ाकर विदेशों में विस्तार करना शुरू कर दिया था। 2013 में न्यूजीलैंड, तुर्की और ब्राजील को इस लिस्ट में जोड़ा गया।
  • जोमैटो देश का पहला फूडटेक यूनिकॉर्न है। 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा वैल्यू वाले स्टार्टअप को यूनिकॉर्न कहा जाता है। जोमैटो ने पहली बार फाइनेंशियल ईयर 2024 की पहली तिमाही में 2 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था।
  • जोमैटो एक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है जो ग्राहकों, रेस्तरां पार्टनर्स और डिलीवरी पार्टनर्स को जोड़ता है। फूड डिलीवरी के अलावा ग्रॉसरी डिलीवरी के लिए जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने अगस्त 2022 में ब्लिंकिट खरीदा था।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link