किसानों को अक्सर खेती करते समय प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और रोगों की वजह से फसल खराब होने की स्थिति से गुजरना होता है। ऐसे में सरकार द्वारा उनके आर्थिक रूप से मदद करने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जाती है, ताकि उन्हें किसी तरह की वित्तीय हानि ना हो। ऐसे में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी किसानों के लिए आज सुरक्षा कवच के रूप में साबित हो रही है और इसका लाभ भी किसान लेते हुए नजर आ रहे।
14,664 करोड रुपए का मिला लाभ
आज पिछले 7 सालों के दौरान अब तक उन 49.44 करोड़ किसानों ने इस योजना में आवेदन किया है और इसका लाभ लेते हुए नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही 14.6 करोड़ से अधिक किसान ने आवेदन कर इसमें 1,46,664 करोड रुपए से अधिक का क्लेम भी मिल चुका है।
वही इस योजना के अंतर्गत देखा जाए तो, किसानों द्वारा अब तक प्रीमियम के रूप में 29,183 करोड रुपए का भुगतान किया गया है। यानी कि किसानो को पांच गुना क्लेम उन्हें प्रीमियम से अधिक मिला है। सरल शब्दों में आपको बताएं तो किसानों द्वारा ₹100 के प्रेमियों के बदले सरकार द्वारा 502 रुपए का क्लेम योजना के अंतर्गत दिया गया है।
13 जनवरी 2016 में योजना की शुरुआत
मौसम बदलने के दौरान खेती पर पड़ने वाले नुकशान के बीच यह योजना किसानों के जोखिम को काफी कम करने में मददगार साबित हुई है और उन्हें आर्थिक नुकसान से भी बचाने में इसका फायदा मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें 13 जनवरी 2016 को इसे शुरू किया था। जिसके तहत बीमा के प्रिमियम का ज्यादातर हिस्सा केंद्र और राज्य सरकारें द्वारा मिलकर प्रदान किया जाता है। इस योजना में किसानो को काफी कम भुगतान करने की आवश्यकता होती है। केंद्र सरकार ने यह भी बताया है, फसल खराब होने के बाद क्लेम की गणना और भुगतान में पारदर्शिता लाने के लिए क्लेम की राशी सीधे किसान के खाते में भुगतान किया जाता है।
1 रुपए लेकर दिया जा रहा योजना का लाभ
महाराष्ट्र सरकार द्वारा इस योजना के तहत किसानों को काफी कम पैसे के साथ इस योजना का पूरा लाभ दिया जा रहा है। इस समय महाराष्ट्र सरकार किसानों से एक रुपए लेकर इस योजना का लाभ प्रदान कर रही है। वहीं आंध्र प्रदेश में भी किसानों का हिस्सा राज्य सरकार ही देते हुए नजर आ रही है।
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