उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस समय किसानों और पशुपालकों को लेकर काफी सजग दिखाई दे रही है और पशुपालन और खेती का अनिवार्य अंग मानते हुए लगातार इसमें कई तरह की योजनाएं भी जोड़ते हुए नजर आ जाती है।
नन्द बाबा दुग्ध मिशन
अब इसके लिए सरकार ने एक और पहले शुरू की है, सरकार द्वारा गांव में ही दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स के उचित मूल्य पर खपत सुनिश्चित करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है और इसके परिणाम भी अब अच्छे दिखाई दे रहे हैं।
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आपको बता दें कि, इस समय प्रदेश में नंदबाबा दुख मिशन की शुरुआत की गई है। सरकार द्वारा बताया जा रहा है कि, अब डेयरी किसानों को दूध बेचने के लिए शहर जाने की आवश्यकता नहीं है। वह गांव में ही अच्छे दामों के साथ अपना दूध बेच सकते हैं।
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यूपी के पशुधन एवं दुग्ध दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह द्वारा बताया गया है कि, योगी सरकार के महत्वकांक्षी नंदबाबा दूध मिशन” का आगाज किया जा चुका है और इसका मकसद किसानों को गांव में ही दूध का उचित मूल्य दिलवाना है। इससे कई पशुपालन करने वाले लोग को आज बढ़ावा मिल रहा है और उन्हें उचित दाम भी मिल रहा है। इसके साथ ही उनकी आय में बढ़ोतरी भी होते हुए देखी जा सकती है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों की आय में बढ़ोतरी करने के साथ-साथ प्राकृतिक खेती से भी किसानों को जोड़ना है।
इसके साथ ही सिंह द्वारा बताया गया है कि, डेयरी सेक्टर में किसानों के लाभ को और उनकी संभावनाओं को देखते हुए डिजिटल्ट्राइनी से जोड़कर डेयरी किसानों को बाजार का हिस्सा बनाया जा रहा है। ताकि उन्हें सीधा फायदा मिल सके और किसी तरह की बीच में जमाखोरी या फिर बिचौलिए के कमीशन से उन्हें बचाया जा सके।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस योजना को 1000 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया है ‘नन्द बाबा दुग्ध मिशन’ की शुरुआत करके डेयरी उत्पादों की खरीद का ऐसा तंत्र विकसित करना है, जिससे की हर किसान को अच्छा फायदा मिल सके।