राजस्थान की सियासी माहोल में परसों से माहोल गर्म है, चारो और सचिन पायलट और हरीश चौधरी की मुलाकात पर चर्चाये हो रही है. जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे है वैसे-वैसे सचिन पायलट को मनाने की कोशिस शुरू हो गयी है. राजस्थान की जनता के एक सर्वे के अनुसार सचिन पायलट चुनावी नतीजो को पलटने का दम रखते है.
पायलट के कारण ही पूर्वी राजस्थान के पीछे हुए चुनाव में बीजेपी कड़ी टक्कर देखने को मिली थी, इसी के कारण आज सतीश पुनिया ने अपनी नयी सदस्य टीम में 2 गुर्जर नेताओ को 29 सदस्य टीम में हिस्सा बनाया है.
सचिन पायलट और हरीश चौधरी की मुलाकात
सूत्रो के अनुसार सचिन पायलट ने जयपुर में हरीश चौधरी के आवास पर पहुंचकर उनसे घंटो अपनी चर्चा की. हरीश चौधरी देर रात दिल्ली में राहुल गाँधी से मुलाकात करके लोटे थे, और पायलट हरीश चौधरी के जयपुर आवास पर मिलने पहुंच गए
राजस्थान के चुनाव गलियारों में इस मुलाकात के बाद एक बार फिर सियासत गरमा गई है. पायलट साहब ने दिल्ली से लोटकर अपने आवास पर अपने समर्थको से भी मुलाकात की. सचिन ने इस सप्ताह अपने खेमें के कई विधायकों से भी मुलाकात की.
मुलाकात का कारण
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार हरीश चौधरी न तो सरकार में जाना चाहते है, न तो प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में हैं. हरीश चौधरी दिल्ली की और दौड़ लगाने को अग्रसर है और लगातार उन्हें कांग्रेस आलाकमान का संदेश मिल रहा है.
दिल्ली में पिछले दिनों में राजस्थान के कई कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन जारी है. सूत्रों के अनुसार जुलाई में दिल्ली में कांग्रेस नेताओ की एक बड़ी बैठक हो सकती है. बैठक से क्या एक नई तस्वीर निकलकर आती है, यह देखना काफी दिलचस्प होगा.
हरीश चौधरी की इन दिग्गजों से हुई मुलाकात
इन दिनों हरीश चौधरी ने प्रमोद जैन भाया, चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और राजस्व मंत्री रामलाल जाट से अपने जयपुर आवास पर मुलाकात की. अभी यह सिलसिला जारी है और अन्य कई नेताओ से मिलने की अटकले लगे जा रही है.
क्या हरीश को मिलेगी मेनिफेस्टो की जिम्मेदारी?
साल 2028 में हरीश चौधरी कांग्रेस पार्टी के मेनिफेस्टो के अध्यक्ष थे, और इस बार भी उन्हें एक बार फिर विधानसभा चुनाव में मेनिफेस्टो की जिम्मेदारी मिल सकती है. कार्यकर्ताओ के अनुसार जल्द ही हरीश कांग्रेस के लिए एक बढे भूमिका में देखे जा सकते हैं.