अक्षय तृतीया आखातीज की तिथि सबसे शुभ तिथियां में गिनी जाती है. यह त्यौहार किसान भाइयों के लिए सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है. किसान साथी इसे बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ मनाते हैं. इस दिन सोने-चांदी आदि की खरीदारी बहुत ही शुभ मानी जाती है एवं दान पुण्य करना भी बहुत ही अच्छा माना जाता है. सोने-चांदी आदि की खरीदारी और दान पुण्य करने से धन की प्राप्ति में वृद्धि होती है. दान पुण्य करने से पुण्य अक्षय भी बना रहता है. इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों अपनी उच्च राशि में स्थित होते हैं एवं बहुत ही अच्छा परिणाम देते हैं.
अक्षय तृतीया आखातीज कैसे और क्यों मनाई जाती है ?
अक्षय तृतीया आखातीज Akshaya Tritiya Akhatij के दिन किसान साथी अपने खेतों में जाते हैं और इस दिन अपने खेतों में जाना किसान साथियों के लिये बहुत ही शुभ माना जाता है. जो व्यापारी लोग होते हैं एवं अन्य प्रकार का बिजनेस करने वाले लोग भी अपने-अपने धंधे पर जाना बहुत ही शुभ मानते हैं. इस साल अक्षय तृतीया आखातीज Akshaya Tritiya 2024 का त्यौहार 10 मई को बनाया जाएगा. अक्षय तृतीया आखातीज के दिन घरों में खिचड़ी बनाना सबसे शुभ माना जाता है. खिचड़ी को घर के सभी लोग बहुत ही आनंद के साथ खाते हैं.
किसान साथियों के घरों में घर के मुखिया किसान की कलाई पर राखी बांधी जाती है जो की खेतों में काम करते वक्त कई आपदाओं से बचने के लिए कारगर मानी जाती है. इस दिन लोग सोने-चांदी आदि की खरीदारी बहुत ही चाव के साथ करते हैं और यह भी बहुत अच्छा माना जाता है. अक्षय तृतीया आखातीज के दिन किसान साथी खेतों में जाते हैं और इस दिन से खेतों में खरीफ फसल की तैयारी में जुट जाते हैं.
सूड़ एवं अन्य प्रकार के अनावश्यक खरपतवार के पेड़ पौधे काटने में लग जाते हैं ताकि, खरीफ की बिजाई के समय खेतों में बढ़िया तरीके से बिजाई हो सके. अक्षय तृतीया आखातीज Akshaya Tritiya Akhatij के त्यौहार को बहुत ही शुभ त्योहार माना जाता है एवं इस स्थिति को बहुत ही महत्वपूर्ण एवं शुभ तिथियां में गिना जाता है.