जीरा भाव में गिरावट पिछले कई दिनों से देखने को मिल रही है. गुजरात में अब नए जीरे का आवागमन हो रहा है एवं नए जीरे की आवक में दबाव सा महसूस हो रहा है क्योंकि जीरा भाव में काफी गिरावट हो गई है. आने वाले दिनों में स्टॉकियो को अगर मजबूत लिवाली का टारगेट नहीं मिला तो जीरे में मंदी की संभावना और बन सकती है. हम अपनी वेबसाइट पर तेजी-मंदी की रिपोर्ट समय-समय पर डालते रहते हैं इसलिए हमारी सोशल मीडिया अकाउंट से जुड़े रहे एवं पूरी जानकारी पढे. उंझा मंडी में भी जीरा भाव में काफी कुछ गिरावट देखने को मिल रही है.
जीरा भाव तेजी मंदी रिपोर्ट 2024
मंडियों में नए जीरे का आगमन देखने को मिल रहा है. प्रतिदिन 28 से 30 हजार बोरियां मंडियों में आवक के रूप में देखने को मिल रही है. जीरे की बिजाई पिछले वर्ष की तुलना इस वर्ष ज्यादा नजर आ रही है. नए आंकड़ों के अनुसार गुजरात में सीजन के दौरान 5,60,800 हेक्टर के आसपास जीरे की बुवाई हुई है. पिछले सीजन में जीरे की बुवाई 3,56,800 हेक्टर के लगभग हुई थी जो, इस वर्ष की तुलना में बहुत ही कम थी.
जीरे की बुवाई इस सीजन में 2,60,000 हेक्टर के करीब ज्यादा हुई है. पहले जीरे का भाव 25000 रुपए प्रति क्विंटल से 30000 रुपए प्रति क्विंटल था लेकिन, विदेशों में जीरे की मांग बढ़ने के कारण भाव 60000 रुपए प्रति क्विंटल से भी ऊपर चला गया. अब पिछले दिनों बांग्लादेश ने कुछ जीरा खरीदा इसके अलावा सीरिया में भी जीरे का आयत किया गया. 2023-24 के प्रारंभ में अप्रैल से नवंबर 2023 तक भारत ने कुल 93502 टन जीरे का निर्यात किया था जिससे काफी कुछ आय हुई थी.
अब जीरा भाव में गिरावट decline in cumin price के आशंका ज्यादा तेजी की आशंका कम नजर आ रही है इसलिए, जीरे के को खरीदने में बेचने में सावधानी बरतनी की आवश्यकता है. अगर विदेश में निर्यात बढ़ता है एवं जीरे की क्वालिटी अच्छी होती है तो, भाव में बढ़ोतरी भी हो सकती है.
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