राशन कार्ड पोर्टल : घर में आई नई दुल्हन और बच्चों का नाम अभी तक राशन कार्ड में नहीं जुड़े, आखिर क्यों?

राशन कार्ड पोर्टल
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राजस्थान सरकार जिला अलवर में इस समय लोगों को राशन कार्ड से जुड़ी हुई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह से काफी लोग परेशान हो रहे है। घर में आई नई दुल्हन और बच्चों का राशन कार्ड में नाम नही जुड़ रहे है. राशन कार्ड में नाम जोड़ने का राशन कार्ड पोर्टल ration card portal बंद है. आखिर क्यों बंद है इसकी पूरी रिपोर्ट हम इस आर्टिकल में जानेगे.

राशन कार्ड पोर्टल में नहीं जुड़ रहे लोगो के नाम

हम सभी जानते हैं कि, राज्य सरकार द्वारा 4 साल पहले खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े राशन कार्ड पोर्टल में नए नाम जोड़ने और शुद्धिकरण के काम को बंद कर दिया गया था, लेकिन उसके बाद इसे कुछ समय बाद दोबारा शुरू किया गया था, जिसमें लोगों के सदस्यों के नाम जुड़वा ही गए थे।

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सके लिए लोग ईमित्र ग्राम पंचायत समिति व तहसील कार्यालय में जाकर नाम जुड़वाना चाह रहे हैं। लेकिन उनकी समस्याओं का इस समय हाल होते हुए नजर नहीं आ रहा है। आज कई परिवार ऐसे ही जो की चार वर्षो से अपने बच्चों और अपनी नई पत्नियों के नाम जुड़वाना चाह रहे हैं, लेकिन वह इसमें असफल हो रहे हैं।

राशन कार्ड पोर्टल BPL का सर्वे भी नही हुआ

नाम नहीं जुड़ पाने की वजह से कई लोगों को प्राप्त होने वाली सुविधाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। इसके साथ राज्य सरकार की ओर से दो दशक से BPL का सर्वे भी नहीं करवाया गया है, जिससे कि सरकार की विभिन्न BPL योजनाओं का भी लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है।

दस्तावेज भी नहीं बनाये जा रहे ऐसे में दस्तावेजों में नाम हो नहीं होने की वजह से राशन कार्ड पोर्टल से जुड़े हुए दस्तावेज भी नहीं बनाई जा रहे हैं। राशन कार्ड के लिए मूल निवासी जाती है. प्रमाण पत्र बनवाने के लिए राशन कार्ड आवश्यक होता है, साथ ही राशन कार्ड में प्रार्थी का नाम भी होना चाहिए।

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राशन कार्ड पोर्टल शुरू होने पर ही जोड़े जायेगे नाम

केन्द्र सरकार की ओर से NFSA राशन कार्डों में नाम जुड़वाने के लिए राशन कार्ड पोर्टल बंद कर रखा है। वही बताया जा रहा है, की पोर्टल शुरू होने के बाद ही नाम जोडऩे के प्रक्रिया की जाएगी। इसके अलावा बीपीएल में नाम जुडना एक सतत प्रक्रिया है, जिसमें पात्र परिवार 2002 के सर्वे के आधार पर SDO कार्यालय में अपील कर नाम को जोड़ा जा सकता है।

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